विविध

सात किमी पैदल चले डीएम, गांव ढौरपाली का लिया जायजा

देहरादून | जिलाधिकारी पौड़ी डॉ. विजय कुमार ने सात किलोमीटर पैदल चलकर गांव ढौरपाली का जायजा लिया। उनके साथ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक यशवंत सिंह चौहान, विधायक रेनू बिष्ट और अन्य अधिकारी मौजूद रहे। टीम ने यमकेश्वर ब्लॉक के कई गांवों का दौरा कर अतिवृष्टि से हुए जान-माल के नुकसान का आंकलन किया।
टीम ने मराल तल्ली, बिनक, ढौरपाली व अन्य क्षेत्रों का दौरा भी किया। मृतक महिला के परिजनों से डीएम ने मुलाकात की। उन्होंने एसडीएम प्रमोद कुमार को प्रभावित परिवार को आपदा मोचन निधि से तत्काल सहायता राशि देने के निर्देश दिए।
डीएम ने संबंधित अधिकारियों को भोजन, पशुओं के लिए चारा और गांवों में आवश्यक सामग्री तुरंत पहुंचाने के निर्देश दिए। उन्होंने मुख्य कृषि अधिकारी को आदेश दिए कि जल्द से जल्द प्रभावित कृषि भूमि की रिपोर्ट बनाने को कहा। ताकि प्रभावितों को उचित मुआवजा दिया जा सके।
डीएम ने प्रभावित क्षेत्रों टूटी सड़कों को बहाल करने और वैकल्पिक रास्ते बनाने के आदेश भी दिए। इस अवसर पर मुख्य कृषि अधिकारी अमरेंद्र सिंह चौधरी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. देवेंद्र सिंह बिष्ट मौजूद रहे। जिला पूर्ति अधिकारी केएस कोहली, अधिशासी अभियंता जल संस्थान संतोष उपाध्याय, बीडीओ दृष्टि आनंद, ग्राम प्रधान अनीता देवी ने प्रभावितों का हाल जाना।

Cloudburst: सीएम धामी ने जेसीबी से लिया नुकसान का जायजा

उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने ग्राउंड जीरो पर जाकर भारी बारिश से हुए नुकसान का जायजा लिया। उन्होंने आपदा प्रभावित इलाकों में राहत, बचाव एवं संपर्क बहाल करने के लिए आवश्यकता पड़ने पर सेना की मदद लेने की बात कही। टूट चुके संपर्क मार्गों के जगह वैकल्पिक मार्ग बनाने के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री ने थानो, कुमाल्डा एवं उसके आसपास के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का मुआयना करने के बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि उन्होंने कमिश्नर गढ़वाल सुशील कुमार एवं टिहरी के जिलाधिकारी डॉ.सौरभ गहरवार को आपदा प्रभावित क्षेत्र के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के निर्देश दिए हैं। प्रभावितों के लिए आवश्यक सामग्री एवं भोजन व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए।
सीएम ने थानों मार्ग पर क्षतिग्रस्त पुल का निरीक्षण किया। सीएम ने जेसीबी से स्थलीय निरीक्षण करने के बाद सचिवालय में आपदा प्रबंधन कंट्रोल रूम में आपदा से उत्पन्न स्थिति का जायजा लिया और मुख्यमंत्री ने सचिव आपदा प्रबंधन के साथ ही आपदा से जुड़े अन्य उच्चाधिकारियों के साथ भी स्थिति की समीक्षा की।

टिहरी एवं उत्तरकाशी के कई गांवों को जोड़ता लंबगांव-बिजपुर-घनसाली राज्य मार्ग बंद

नई टिहरी| टिहरी एवं उत्तरकाशी के कई गांवों को जोड़ता लंबगांव-बिजपुर-घनसाली राज्य मार्ग एक महीने से बंद पड़ा है। इससे कई ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। आवागमन के लिए ग्रामीण लंबे रास्तों से होकर आवागमन करने के लिए मजबूर है। वाहन केमुंडाखाल-चमियाला के रास्ते घनसाली पहुंच रहे हैं।
ग्रामीणों को आवश्यक वस्तुएं भी समय पर नहीं मिल पा रही हैं। उत्तरकाशी जिले के गाजणा पट्टी, भटवाड़ी आदि क्षेत्र मार्ग बंद होने से पूरी तरह प्रभावित हैं। लंबगांव क्षेत्र का प्रमुख मोटर मार्ग लंबगांव-बिपुर-पनियाला भी बाधित है।
इसी तरह टिहरी जिले में प्रतापनगर की भदूरा पट्टी सहित चमियाला क्षेत्र पहाड़ दरकने, जमीन धंसने से प्रभावित हो गए हैं। वाहनों के लिए मार्ग खोलने में अभी और समय लग सकता है।

बच्चों को प्रतिभा निखारने का अवसर मिले: डॉ. जालंधर

पटियाला|आजादी के अमृतोत्सव पर पौड़ी गढ़वाल सभा पटियाला ने परीक्षाओं में उत्कृष्ट अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों एवं सभा के सेवानिवृत्त गणमान्यों स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
राष्ट्रीय ध्वज सभा के बायोवृद्ध सदस्य श्री रघुवीर सिंह बिष्ट ने तिरंगा फहराया। राष्ट्र गान के बाद कार्यक्रम आरंभ हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. बिहारीलाल जलन्धरी जबकि विशेष अतिथि श्री पीतांबर बडोनी, वेद प्रकाश बडोला और श्री लक्ष्मण सिंह रावत रहे।
पौड़ी गढ़वाल सभा के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभावान बच्चों ने सांस्कृतिक एंव रंगारंग प्रस्तुति दी। मुख्यातिथि डॉ. जालंधरी ने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से बच्चों की प्रतिभा निखारने के अवसर प्राप्त होते हैं। इस तरह के आयोजन हर वर्ष होने चाहिए।
उन्होंने प्रवास में निवास करने वाले उतराखण्डी समाज को अपनी मातृभूमि और मातृभाषा की याद दिलाते कहा कि सभी को अपने गांव में पैतृक मकानों को सुरक्षित रखने के लिए काम करना चाहिए। कम से कम साल में दो बार बच्चों का परिचय उस धरती से जरुर कराएं, जहां से आपकी जड़ें मजबूत हुईं।
सभा के अध्यक्ष बीरेंद्र पटवाल ने मेघावी बच्चों की सफलता में माता-पिता की अहम भूमिका पर प्रकाश डाला। सभा के संरक्षक रमेश ध्यानी ने लोगों से गढ़वाली बोलने की अपील की। उन्होंने डॉ. बिहारीलाल जालंधरी के अपणि बोलि अपणि भाषा के राष्ट्रीय स्तर पर जागरूकता अभियान की सराहना कर भविष्य में सहयोग देने का वादा किया।
इस अवसर पर सभा के पदाधिकारी महासचिव वीरेंद्र चौहान, कोषाध्यक्ष रणबीर सिंह रावत, धर्मपाल, चंद्र मोहन ढ़ौंडियाल, दयाल सिंह रावत, सुल्तान सिंह राणा, विश्वेश्वर प्रसाद सती, महिपाल चौहान, मनबर सिंह नेगी, घमंड सिंह चौहान, हरिदत्त ढ़ौंडियाल, राजेश ध्यानी, नरेंद्र बुड़ाकोटी, दलबीर सिंह बिष्ट और बड़ी संख्या में बच्चे मौजूद रहे।

UKSSSC Paper Leak Case: पुलिस रिपोर्ट से तय करेगी चयनित युवाओं का भविष्य

देहरादन| स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग रद्द करेगा या नहीं यह पुलिस की रिपोर्ट से तय होगा। आयोग की ओर से 13 विभागों के 916 पदों पर 04 एवं 05 दिसंबर को परीक्षा आयोजित की गई थी। चयनित युवाओं के प्रमाण पत्रों का वेरिफिकेशन भी हो चुका था। लेकिन ज्वाइनिंग मिल पाती इससे पहले पेपर लीक मामले का खुलासा हो गया।
आयोग के पूर्व सचिव संतोष बडोनी के अनुसार उनके कार्यकाल में परीक्षा रद्द करने का फैसला नहीं लिया गया था। अब एसटीएफ की रिपोर्ट पर निर्भर करेगा कि आयोजग आगे क्या फैसला लेता है। इस मामले में उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के सचिव सुरेंद्र सिंह रावत ने बताया कि परीक्षा नियंत्रक शालिनी नेगी ने अभी ज्वाइन नहीं किया है। सभी व्यवस्थाएं देखने और समझने के बाद ही परीक्षा को लेकर किसी तरह का निर्णय लिया जाएगा।
ब्लूटूथ से हुआ था पेपर लीक आउट, 07 केंद्रों पर रोकी गई थी परीक्षा
वन विभाग में भर्ती की परीक्षा 2017 में आयोजित की गई थी। इसमें हरिद्वार के सात केंद्रों पर ब्लूटूथ के जरिए पेपर लीक आउट होने का गंभीर आरोप लगा था। इस मामले में 47 युवाओं के खिलाफ कार्रवाई की गई थी और केवल इन्हीं सात केंद्रों पर दोबारा परीक्षा आयोजित की गई थी।

ऋषिकेश: राफ्टिंग और कैंपिंग के शौकीन 01 सितंबर से फिर शुरू कर सकेंगे रोमांचक सफर

ऋषिकेश । रोमांच के शौकीनों के लिए 01 सितंबर से राफ्टिंग और कैंपिंग फिर से शुरू की जा रही है। हेंवघाटी, तपोवन और शिवपुरी क्षेत्र में संचालित कैंप फिर से चल सकेंगे। गंगा का जलस्तर बढ़ा तो 30 जून के बाद राफ्टिंग का संचालन बंद कर दिया गया था। जुलाई और अगस्त महीने में बरसात की वजह से पर्यटक पानी के रोमांचक खेलों और नदी किनारे लगे कैंपों से दूरी बना लेते हैं।

केदारनाथ धाम यात्रा में 15 अगस्त पर टूटा रिकॉर्ड

देहरादनू। 06 मई 2022 से केदारनाथ धाम यात्रा का शुभारंभ हुआ। सिर्फ छह दिनों में ही दर्शनार्थियों का आंकड़ा एक लाख के पार पहुंच गया। अब केवल स्वतंत्रमता दिवस पर 9635 श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन कर केदारनाथ यात्रा के इतिहास में नया अध्याय जोड़ दिया है।
इस यात्राकाल में केदार धाम के दर्शन करने वालों का आंकड़ा 10,080,83 पहुंच चुका है। ये अपने आप में एक नया रिकाॅर्ड है। पहले साल 2019 में 10,00021 श्रद्धालुओं ने केदारनाथ पहुंचकर बाबा के दर्शन किए थे।
यात्रा की शुरुआत के 26 दिन में ही 04 लाख से अधिक यात्रियों ने बाबा केदार के दर्शन किए। जुलाई से 15 अगस्त तक डेढ़ महीने में ही धाम में 1,76,483 श्रद्धालु पहुंचे। श्रद्धालुओं की बढ़ी संख्या की वजह से स्थानीय लोगों को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से अपनी रोजी रोटी चलाने के लिए पहले से ज्यादा रोजगार के साधन प्राप्त हुए।

मॉनसून के बाद फिर आ सकती है यात्रा में तेजी
केदारधाम यात्रा के संबंध में जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया कि माॅनसून के बाद यात्रा में फिर तेजी आ सकती है। चारधामों में तीर्थयात्रियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए पहली बार स्वास्थ्य विभाग ने यात्रा मार्गों पर नौ स्थानों पर हेल्थ स्क्रीनिंग शुरू की है।

पटियाला में उत्तराखंड समाज ने मनाया आजादी का अमृत महोत्सव, हिलाँस मंच के बच्चों ने पेश किया सांस्कृतिक कार्यक्रम

पटियाला| तर्कशील सभागार में उत्तराखंड हिलांस सांस्कृतिक कला मंच की ओर से आजादी के अमृत महोत्सव के तहत सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया। नन्हे-मुन्ने बच्चे देशभक्ति और संस्कृति के रंग में रंगे नजर आए। कार्यक्रम में प्रस्तुति देने वाले बच्चों को मुख्य अतिथि उत्तराखंड के भाषाविद डॉ. बिहारीलाल जालंधरी, विशिष्ट अतिथि पूर्व पार्षद श्री ठारू राम, अतिथि श्री जसवीर सिंह व हरीचंद बंसल ने स्मृति चिन्ह देकर प्रोत्साहित किया।
कार्यक्रम का उद्घाटन समाजसेवी श्री प्रवीन लंगवाल ने रिबन काटकर तथा डॉ. बिहारीलाल जालंधरी ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। उन्हे उत्तराखंड हिलांस सांस्कृतिक कला मंच की ओर से विशेष तौर पर सम्मानित किया गया। डॉ. जालंधरी ने उपस्थितजनों को संबोधित करते कहा कि हमें अपने पैतृक गांव से जुड़कर रहना चाहिए। नहीं तो 2026 में होने वाले भू पैमाइश के अनुसार जिसका मकान और जमीन बंजर हो चुके होंगे, उन्हें सरकार अपने कब्जे में कर लेगी। तब प्रवास में स्थाई रूप से रहने वाले उतराखण्डी अपनी पैतृक जमीन से बेदखल हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि सभी को अपने घर दोस्तों रिश्तेदारों के साथ अपनी बोली भाषा में बात करनी चाहिए। छोटे-छोटे बच्चों के सांस्कृतिक कार्यक्रम के बीच बीच में सभी समितियों के अध्यक्षों ने अपनी बात रखी।
कार्यक्रम में पटियाला में उत्तराखंड समाज की सभी संस्थाओं के पदाधिकारियों को आमंत्रित किया गया। जिसमें पौड़ी गढ़वाल सभा के प्रधान श्री बीरेन्द्र पटवाल, उत्तरांचल सभा के अध्यक्ष
श्री जोत सिंह भंडारी, राष्ट्रीय उत्तराखंड सभा पटियाला के अध्यक्ष श्री अशोक नेगी, जन कल्याण समिति की अध्यक्षा श्रीमती सरोज बिष्ट, यू.के. फ्रेंड्स क्लब के अध्यक्ष श्री प्रदीप कठैत, एकता नगर सेवा समिति के अध्यक्ष श्री विजय सकलानी, परमार्थ कार्य सेवा समिति के अध्यक्ष पूरण सिंह जीना, खालसा नगर कीर्तन मंडली की अध्यक्षा श्रीमती भाना देवी के साथ सभी समितियों के सदस्य उपस्थित रहे।
मंच संचालन माधौ सिंह बिष्ट व कार्यक्रम का निर्देशन श्रीमती बिनीता चौहान ने किया। उत्तराखंड हिलांस सांस्कृतिक कला मंच के पदाधिकारियों में संयोजक माधो सिंह बिष्ट, चेयरमैन धीरज सिंह रावत, प्रधान हरी सिंह भंडारी, महासचिव बीर सिंह सेनवाल व दिनेश चौहान, जगदीश प्रसाद, गिरीश चंद्र, गरीब सिंह, विरेन्द्र सिंह, नन्दी शाही, कविता मेहरा, पूजा रावत, शीतल तड़ियाल, ममता देवी एवं बच्चों के अविभावक उपस्थित हुए।

हिलांस मंच के 15 वॉलंटियर्स ने राजिंदरा अस्पताल में लगाए कैंप में किया रक्तदान

पटियाला | उत्तराखंड हिलांस सांस्कृतिक कला मंच की ओर से प्रधान दिनेश सिंह चौहान की अध्यक्षता में रक्तदान कैंप आयोजित किया गया। इस दौरान 15 वॉलंटियर्स ने रक्तदान किया। रक्तदानियों में धीरेन्द्र सिंह राणा, अर्जुन कुमार, लखविंदर सिंह, राम सिंह, सुनील प्रधान, पूरन पांडे, गौरव रावत, रवीन्द्र सिंह, भूपेंद्र वैदोला, संदीप सिंह, कुलदीप सिंह, हरविंदर सिंह, मनोज कुमार, फरमान सिंह, रमेश कुमार शामिल रहे।
इस मौके पर चैयरमैन हरी सिंह भंडारी, मुख्य सलाहकार धीरज सिंह रावत, प्रधान दिनेश सिंह चौहान, उप प्रधान गिरीश चंद्र, सचिव वीर सिंह सेनवाल, कोषाध्यक्ष गोबिंद सिंह रावत, उपकोषाध्यक्ष देवेन्द्र सिंह राणा, उपनिर्देशक विनीता चौहान, मीडिया प्रभारी प्रमोद रावत, निरीक्षक प्रदीप कठैत एवं कार्यकारिणी सदस्य तुलसी मनराल, ममता देवी, लक्ष्मी रावत, बच्चन सिंह रावत, सौरभ पपनोई, दीपक देवली, जगदीश प्रसाद, कविता मेहरा, पूजा रावत, नन्दी शाही, सरोज बिष्ट, लक्ष्मी रावत आदि मौजूद रहे।

रक्तदान कैंप से पहले मंच के चेयरमैन हरी सिंह भंडारी ने संबोधित करते हुए रक्तदान काे महादान बताया। उन्होंने कहा कि हर किसी को इस नेक काम में आगे आना चाहिए। मंच के मुख्य सलाहकार धीरज सिंह रावत ने बताया कि रक्तदान करने से हमें स्वास्थ्य लाभ भी मिलते हैं। कौषाध्यक्ष गोबिंद सिंह रावत ने अपने संबोधन में कहा कि एक व्यक्ति एक बार में केवल एक यूनिट रक्तदान करता है इसलिए किसी भी तरह का कोई डर नहीं है। उन्होंने कहाकि हम तीन महीने बाद रक्तदान दोबारा कर सकते हैं। इस दौरान उपनिर्देशक विनीता चौहान ने सभी को संबोधित करते कहा कि हमें बढ़ चढ़कर रक्तदान में हिस्सा लेना चाहिए ताकि हर जरुरतमंद इंसान की इलाज के दौरान मदद हो सके। अंत में मंच के प्रधान दिनेश सिंह चौहान ने कहा कि हमारा एक रक्तदान किसी जरुरतमंद की जान बचा सकता है। इस लिए हमें रक्तदान जरूर करना चाहिए। प्रधान दिनेश सिंह चौहान ने मंच के सभी पदाधिकारियों, कार्यकारिणी सदस्यों और मेंबरों का आभार जताया।

उत्तराखंड हिलांस सांस्कृतिक कला मंच की ओर से आयोजित इस रक्तदान कैंप में मंच की महिला पदाधिकारियों एवं कार्यकारिणी मेंबर्स ने पूर्ण योगदान दिया। राजिंद्रा अस्पताल की ब्लड बैंक टीम ने मंच के सभी पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं का धन्यवाद किया। काय्रक्रम के अंत में रक्तदानियों को प्रशंसा पत्र आबंटित किए गए। कैंप को सफल बनाने में मेहनत करने वाले माहनुभवों को विशेष तौर पर सम्मानित किया गया।

उत्तराखंड के 12वें मुख्यमंत्री के रूप में पुष्कर धामी ने ली शपथ

देहरादून | उत्तराखंड के 12वें मुख्यमंत्री के रूप में पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को शपथ ले ली है। राज्यपाल ले. जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने पुष्कर सिंह धामी को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, भूतल परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, उत्तर प्रदेश के कार्यवाहक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित भाजपा शासित कई राज्यों के मुख्यमंत्री मौजूद रहे। मुख्यमंत्री की कैबिनेट में 8 मंत्रियों ने प्रधानमंत्री के सामने शपथ ली। इनमें सतपाल महाराज, प्रेमचंद अग्रवाल, गणेश जोशी, धन सिंह रावत, रेखा आर्य, चंदन राम दास, सौरभ बहुगुणा शामिल हैं।

मंत्रिमंडल से इन्हें किया बाहर
विधायक विशन सिंह चुफाल और विधायक बंशीधर भगत को मंत्रीमंडल से बाहर कर दिया गया है जबकि प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक को भी मंत्री पद नहीं दिया गया।