बच्चों को प्रतिभा निखारने का अवसर मिले: डॉ. जालंधर

पटियाला|आजादी के अमृतोत्सव पर पौड़ी गढ़वाल सभा पटियाला ने परीक्षाओं में उत्कृष्ट अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों एवं सभा के सेवानिवृत्त गणमान्यों स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
राष्ट्रीय ध्वज सभा के बायोवृद्ध सदस्य श्री रघुवीर सिंह बिष्ट ने तिरंगा फहराया। राष्ट्र गान के बाद कार्यक्रम आरंभ हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. बिहारीलाल जलन्धरी जबकि विशेष अतिथि श्री पीतांबर बडोनी, वेद प्रकाश बडोला और श्री लक्ष्मण सिंह रावत रहे।
पौड़ी गढ़वाल सभा के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभावान बच्चों ने सांस्कृतिक एंव रंगारंग प्रस्तुति दी। मुख्यातिथि डॉ. जालंधरी ने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से बच्चों की प्रतिभा निखारने के अवसर प्राप्त होते हैं। इस तरह के आयोजन हर वर्ष होने चाहिए।
उन्होंने प्रवास में निवास करने वाले उतराखण्डी समाज को अपनी मातृभूमि और मातृभाषा की याद दिलाते कहा कि सभी को अपने गांव में पैतृक मकानों को सुरक्षित रखने के लिए काम करना चाहिए। कम से कम साल में दो बार बच्चों का परिचय उस धरती से जरुर कराएं, जहां से आपकी जड़ें मजबूत हुईं।
सभा के अध्यक्ष बीरेंद्र पटवाल ने मेघावी बच्चों की सफलता में माता-पिता की अहम भूमिका पर प्रकाश डाला। सभा के संरक्षक रमेश ध्यानी ने लोगों से गढ़वाली बोलने की अपील की। उन्होंने डॉ. बिहारीलाल जालंधरी के अपणि बोलि अपणि भाषा के राष्ट्रीय स्तर पर जागरूकता अभियान की सराहना कर भविष्य में सहयोग देने का वादा किया।
इस अवसर पर सभा के पदाधिकारी महासचिव वीरेंद्र चौहान, कोषाध्यक्ष रणबीर सिंह रावत, धर्मपाल, चंद्र मोहन ढ़ौंडियाल, दयाल सिंह रावत, सुल्तान सिंह राणा, विश्वेश्वर प्रसाद सती, महिपाल चौहान, मनबर सिंह नेगी, घमंड सिंह चौहान, हरिदत्त ढ़ौंडियाल, राजेश ध्यानी, नरेंद्र बुड़ाकोटी, दलबीर सिंह बिष्ट और बड़ी संख्या में बच्चे मौजूद रहे।

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