Gyanvapi Mosque Case: ‘शिवलिंग’ के साइंटिफिक सर्वे की याचिका HC ने की स्वीकार

नई दिल्ली।इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने एएसआई (भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण) को परिसर में साइंटिफिक सर्वे करने की अनुमति दे दी है। संरचना को कोई नुकसान न पहुंचाने का भी निर्देश दिया गया है। एएसआई की ओर से वाराणसी में मस्जिद परिसर के अंदर कथित रूप से पाए गए शिवलिंग की आयु का पता लगाने के तरीकों पर अपनी राय निर्दिष्ट करते हुए एक रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। कोर्ट ने परिसर में सर्वे के दौरान मिले शिवलिंग की कार्बन डेटिंग जांच और साइंटिफिक सर्वे की मांग को लेकर दाखिल याचिका स्वीकार कर ली है। लाइव लॉ वेबसाइट के अनुसार एएसआई ने स्पष्ट रूप से कहा है कि शिवलिंग की प्रत्यक्ष डेटिंग संभव नहीं है और उम्र का पता केवल उन सामग्रियों की प्रॉक्सी डेटिंग से लगाया जा सकता है जो सीधे शिवलिंग की स्थापना से संबंधित हो सकते हैं। इस मामले में आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया ने शुक्रवार को सील बंद लिफाफे में अपनी रिपोर्ट पेश की थी। हिंदू पक्ष की महिलाओं की तरफ से याचिका दाखिल की गई थी। याचिका में जिला जज के आदेश को चुनौती दी गई थी। पिछले साल मई में कोर्ट कमीशन की कार्यवाही के दौरान मस्जिद के वजूखाने से शिवलिंग बरामद हुआ था।

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